कोर्ट में इंस्पेक्टर का जवाब जज को नहीं आया पसंद, लगाई फटकार- कहा; यह कोई खेल का मैदान नहीं है

स्वर्णिम भारत न्यूज़ संवाददाता, बरेली। इंस्पेक्टर को अपनी नौकरी के दौरान कभी अंदाजा नहीं रहा होगा कि उनके लिए कोर्ट में पुलिसिया भाषा का इस्तेमाल करना नौकरी पर भारी पड़ सकता है। शनिवार को हत्या के मुकदमे में गवाही देने आए इंस्पेक्टर के साथ ऐसा ही

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स्वर्णिम भारत न्यूज़ संवाददाता, बरेली। इंस्पेक्टर को अपनी नौकरी के दौरान कभी अंदाजा नहीं रहा होगा कि उनके लिए कोर्ट में पुलिसिया भाषा का इस्तेमाल करना नौकरी पर भारी पड़ सकता है। शनिवार को हत्या के मुकदमे में गवाही देने आए इंस्पेक्टर के साथ ऐसा ही हुआ। कोर्ट ने इस मामले में सख्त कार्रवाई अमल में लाने के लिए एडीजी को आदेश की प्रति भेजी है।

जज रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट का मामला

घटनाक्रम फास्ट ट्रैक जज रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट का है। आंवला थाना क्षेत्र से जुड़े हत्या के एक मामले में इंस्पेक्टर सतीश कुमार को गवाही के लिए बुलाया गया। पेशकार ने उनके बयान दर्ज करने शुरू किए तो उनसे तैनाती स्थल पूछा गया। इंस्पेक्टर ने जवाब दिया कि मैं रास्ते पर हूं। इन शब्दों का मतलब पेशकार नहीं समझ पाए। बात न्यायाधीश तक पहुंची।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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